आनंद रामायण का अर्थ
[ aanend raamaayen ]
आनंद रामायण उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वाल्मीकि रामायण के बाद रचित रामकथा का उल्लेखनीय ग्रंथ:"आनंद रामायण में भक्ति की प्रधानता है"
पर्याय: आनन्द रामायण
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- आनंद रामायण ' में भक्ति की प्रधानता है ।
- आनंद रामायण के भी रचियता महर्षि वाल्मीकि ही माने जाते हैं।
- जिनको ज्ञान में रस हो उन्हें इतना आनंद रामायण दे सकती है।
- शनि देव पर तेल चढाया जाता हैं , इस संबंध में आनंद रामायण
- इस प्रसंग को उकेरने से पहले आनंद रामायण का एक तर् क . .
- शनि देव पर तेल चढाया जाता हैं , इस संबंध में आनंद रामायण में एक कथा का उल्लेख मिलता हैं।
- प्रभु श्रीराम की दिनचर्या का आनंद रामायण के राज्यकांड के 19वें सर्ग में बड़े विस्तार से वर्णन मिलता है।
- आनंद रामायण के अनुसार , विराट स्वरूप वाले हनुमान पांच मुख , पंद्रह नेत्र और दस भुजाओं से सुशोभित हैं।
- शनि देव पर तेल चढाया जाता हैं , इस संबंध में आनंद रामायण में एक कथा का उल्लेख मिलता हैं।
- अद्भुत रामायण के अनुसार सीता ऋ षियों के रक्त से जन्मीं और आनंद रामायण के अनुसार अग्नि से उत्पन्न हुई थीं।